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बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो - स्थिरता एवं दक्षता का एक शानदार उदाहरण

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आधुनिक अवसंरचना का प्रतीक माने जाने वाली मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना, साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो के विकास के साथ, स्थिरता एवं दक्षता के एक नए युग की शुरुआत करने हेतु पूरी तरह से तैयार है।

बुलेट ट्रेन परियोजना की परिचालन संबंधी जरुरतों के अनुसार बिना किसी बाधा के एकीकृत करने हेतु डिज़ाइन किए गए साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो में ट्रेनसेट के हल्के व भारी रखरखाव दोनों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। 83 हेक्टेयर में फैला हुआ, यह डिपो तीन डिपो में सबसे बड़ा है और निरीक्षण खंड, वाशिंग प्लांट, वर्कशॉप, शेड एवं स्टेबलिंग लाइनों सहित अत्याधुनिक उपकरणों से लेस है। जापानी डिपो से प्रेरित साबरमती डिपो नवोन्मेष का प्रतीक है।

डिपो में 4 (चार) निरीक्षण लाइनें तथा 10 स्टेबलिंग लाइनें हैं, जिसे आने वाले समय में 8 (आठ) निरीक्षण लाइनों और 29 स्टेबलिंग लाइनों तक बढाने की योजना है। इसके अलावा, रखरखाव की व्यापक क्षमता के लिए बोगी एक्सचेंज लाइन एवं सामान्य निरीक्षण लाइन जैसी विशेष सुविधाएं भी दी गई हैं।

साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  • ट्रेनसेट के ओवरहाल के बाद के परीक्षण के लिए, डेडिकेटेड परीक्षण ट्रैक, मेनलाइन पर तैनाती से पहले ऑप्टिमम परफॉरमेंस सुनिश्चित करेगा
  • रखरखाव एवं ओवरहाल संबंधी कार्यों के लिए पर्याप्त जगह सुनिश्चित करने हेतु विशिष्ट पैमाने के इंडस्ट्रियल शेड
  • कुशल ट्रेन शंटिंग संचालन और डिपो के प्रबंधन हेतु केंद्रीकृत नियंत्रण सुविधाएं
  • भोजन कक्ष एवं कैंटीन व् ऑडिटोरियम और प्रशिक्षण सुविधाओं से लेस

साबरमती डिपो में वर्षा जल के संचयन एवं अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण जैसी पर्यावरण-अनुकूल पहलों को भी अपनाया गया है। छत पर वर्षा जल के संचयन तथा बोरवेल के पानी से डिपो की पानी की जरुरतें पूरी होंगी, जबकि आधुनिक सीवेज एवं अपशिष्ट उपचार संयंत्र से कचरे का कुशल प्रबंधन सुनिश्चित होगा।

इसके अलावा, डिपो ट्रेनों में एवं डिपो परिसर के भीतर उत्पन्न कचरे को अलग करने, संघनन करने तथा इसके उचित प्रबंधन हेतु सुविधा उपलब्ध की जाएगी, जो पर्यावरण को बचाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगा।

डिपो शेड एवं इमारतों को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि भविष्य में सोलर पैनल भी लगाए जा सकें। अकेले साबरमती डिपो में लगभग 14 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता होगी।

दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ, साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो न केवल तकनीकी कौशल का एक उदाहरण है, बल्कि टिकाऊ अवसंरचना के विकास का एक ब्लूप्रिंट भी है। जैसे-जैसे निर्माण कार्य पूरा होगा, यह डिपो मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तथा दक्षता, विश्वसनीयता एवं पर्यावरणीय जिम्मेदारी के लिए नए मानक स्थापित करेगा।

साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो निर्माण स्तिथि

-  डिपो के लिए अर्थवर्क का कार्य पूरा हो चुका है

-  एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग के लिए नींव और आरसीसी (RCC) का कार्य प्रगति पर है

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