नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा महाराष्ट्र राज्य में ठाणे रोलिंग स्टॉक डिपो के डिजाइन और निर्माण के लिए मेसर्स दिनेशचंद्र-डीएमआरसी जेवी के साथ अनुबंध समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। समझौते पर हस्ताक्षर श्री विवेक कुमार गुप्ता, एमडी/एनएचएसआरसीएल, निदेशकों, एनएचएसआरसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों और जेआईसीसी ( जापान इंटरनेशनल कंसल्टेंट्स कंसोर्टियम ), एमएलआईटी जापान (भूमि, बुनियादी ढांचा, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय), जेआईसीए (जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी), भारत में जापान के दूतावास और डीआरए-डीएमआरसी जेवी के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किए गए।
अनुबंध में सिविल कार्य, निरीक्षण शेड, अनुरक्षण डिपो और अनुरक्षण सुविधाओं की स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग शामिल हैं।
ठाणे डिपो लगभग 55 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जायेगा और इसमें ट्रेनसेट के रखरखाव की सुविधाएं होंगी। प्रारंभ में 4 निरीक्षण लाइनें और 10 स्टेबलिंग लाइनें बनाई जाएंगी, जो भविष्य में बढ़कर क्रमशः 8 और 31 हो जाएंगी।
डिपो में शिंकानसेन मानक के अनुसार हाई स्पीड ट्रेन सेट के रखरखाव के लिए उपयोग की जाने वाली बोगी एक्सचेंज मशीन, अंडरफ्लोर व्हील री-प्रोफाइलिंग मशीन, परीक्षक और डेटा रीडर, अल्ट्रासोनिक दोष डिटेक्टर, ट्रेनसेट वाशिंग प्लांट आदि सहित 40 प्रकार की डिपो मशीनरी के लगभग 200 नंबर जापान से खरीदे जा रहे हैं।
मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड कॉरिडोर (बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट) का रखरखाव गुजरात के साबरमती और सूरत और महाराष्ट्र के ठाणे में स्थित तीन रोलिंग स्टॉक डिपो द्वारा किया जाएगा। डिपो को जापान में शिंकानसेन डिपो के अनुभव के आधार पर डिजाइन किया जा रहा है।
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